ढाका
सिटोरिये के पेशकश की जानकारी नहीं देने पर बांग्लादेश के टेस्ट और टी-20 कप्तान शाकिब अल हसन पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने दो साल का प्रतिबंध लगा दिया है जिससे वह तीन नवंबर से शुरू हो रहे भारत दौरे पर नहीं आ सकेंगे। शाकिब पर एक साल का पूर्ण प्रतिबंध और 12 महीने की अवधि का निलंबित प्रतिबंध लगाया गया है। आईसीसी के निर्देशों पर उन्हें टीम के अभ्यास से भी दूर रखा गया। भारत के खिलाफ श्रृंखला में तीन टी20 और दो टेस्ट खेले जाने हैं।
शाकिब ने आईसीसी की विज्ञप्ति में कहा कि जिस खेल से मुझे प्यार है, उससे निलंबत किए जाने से मैं काफी दुखी हूं लेकिन मैं अपनी सजा स्वीकार करता हूं। आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक ईकाई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में खिलाडिय़ों पर काफी निर्भर है। मैंने सटोरिए की पेशकश की जानकारी नहीं देकर अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई।
दो साल पहले एक सटोरिये ने शाकिब को अंतरराष्ट्रीय मैच से पहले पेशकश की थी जिसकी जानकारी उसने आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक और सुरक्षा ईकाई को नहीं दी । शाकिब की गैर मौजूदगी में मुशफिकर रहीम टेस्ट में और महमूदुल्लाह रियाद मुसद्दक टी20 में टीम की कप्तानी कर सकते हैं।
शाकिब ने हाल ही में खिलाडिय़ों की हड़ताल की अगुवाई की थी लेकिन बीसीबी द्वारा उनकी मांगों को मान लिये जाने के बाद हड़ताल वापिस ले ली गई । बांग्लादेश के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटरों में शुमार शाकिब ने तीनों प्रारूप में कुल 11000 से अधिक रन बनाये हैं और 500 से ज्यादा विकेट लिये हैं।