अमृतसर

पाम गार्डन में हैरोइन तस्करों व नार्कोटिक सैल पुलिस के बीच हुई क्रास फायरिंग के बाद तस्कर गुरप्रीत मनी को पुलिस ने काबू कर लिया, जिसे रजिन्द्र गंजा व जावेद लौहारका हैरोइन की डिलीवरी के लिए इस्तेमाल कर रहे थे। इन तीनों आरोपियों के विरुद्ध पंजाब के अलग-अलग थानों में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह खुलासा डी.सी.पी. इंवैटीगेशन मुखविन्द्र सिंह भुल्लर ने किया।

पत्रकारवार्ता के दौरन डीसीपी भुल्लर ने बताया कि इनपुट थी कि लंबे समय से वांटेड रजिन्द्र सिंह गंजा ने पाम गार्डन में अड्डा बना रखा है, जहां से हैरोइन सप्लाई करता है।  वहीं उसके कई साथी आकर योजनाएं भी बनाते हैं। इस पर बुधवार देर रात नार्कोटिक्स सैल की विशेष टीम फतेहगढ़ चूडियां बाईपास पर पाम गार्डन स्थित कोठी नंबर 62 में रेड करने गई तो गंजा ने साथियों के साथ पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी तो पुलिस ने जवाबी फायर किए। क्रॉस फायरिंग में करीब 2 दर्जन गोलियां चलीं।

इस दौरान रजिन्द्र सिंह गंजा हरभेज सिंह उर्फ जावेद व हरपाल सिंह भालू के साथ अंधेरे का फायदा उठा फरार हो गए, जबकि कोठी से गुरप्रीत सिंह मनी को उसके 2 साथियों पारस व साजन सहित गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों पर एन.डी.पी.एस. एक्ट का केस दर्ज कर अदालत से रिमांड पर लिया गया है। आरोपियों से आधा किलो हैरोइन, 1 फाच्यूर्नर गाड़ी व 2 मोबाइल फोन बरामद हुए थे। उन्होंने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। मनी के मोबाइल से कुछ ऐसे नाम सामने आए हैं जिन्हें जल्द पूछताछ के लिए लाया जाएगा। वहीं गंजा व जावेद की गिरफ्तारी के बाद हैरोइन तस्करी को लेकर कई खुलासे होंगे।

गंजा व जावेद हैरोइन की डिलीवरी के लिए गुरप्रीत मनी को लग्जरी गाडिय़ां और पैसा मुहैया करवाते थे। कुछ माह पहले उसे एक आडी कार गिफ्ट में लेकर दी थी, जबकि अब फाच्र्यूनर दे रखी थी। मनी दिन में अढ़ाई से 300 ग्राम हैरोइन की दो-तीन डिलीवरियां कर आता था।

डी.सी.पी. ने बताया कि दो माह पहले पाम गार्डन स्थित कोठी को एक प्रापर्टी डीलर ने मनी को उसकी मां के नाम पर किराए पर लेकर दिया था। इस मामले में ग्रीन एवेन्यू निवासी कोठी के मालिक भी पूछताछ के लिए तलब किया जाएगा। पुलिस उससे यह भी पता लगाएगी कि कोठी किराए पर देने से पहले उसने संबंधित थाने में सूचना दी थी या नहीं।

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