धीरज गर्ग, बठिंडा
पंजाब की सत्ता में बैठी कांग्रेस सरकार के शासन में कानून नाम की कोई चीज नहीं बची है। हालात इस कदर बद्दतर हो चुके है कि पंजाब के वित्तमंत्री के चहेते कार्यकर्ताओं के दवाब में आकर एक कारोबारी अपने दो बच्चों व पत्नी को गोली मार खुद आत्महत्या कर लेता है। यह विचार भाजपा प्रदेश सचिव सुखपाल सरां ने कहें, वह मंगलवार को बठिंडा में प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सोमवार की शाम पंजाब पुलिस का एक डीएसपी अपनी खाकी का रौब दिखाकर महिला से बलात्कार के मामले में काबू आ चुका है। इन घटनाओं से साफ है कि पंजाब में लॉ एड आर्डर जैसी कोई स्थिति नहीं बची है।
उन्होंने कहा कि यदि पुलिस मुलाजिम के परिवार को एक अधिकारी ऐसे प्रताडि़त कर रहा है तो आम लोगों की क्या हालत होती होगी। इसका अंदाजा हर कोई लगा सकता है। कांग्रेस की नाकामी पर बोलते हुए कहा कि कोरोना संकट में गरीब वर्ग की सेवा के लिए केंद्र शासित भाजपा की सरकार तरफ से आये हुए अनाज का पूरे पंजाब में बड़ा गबन किया गया। गरीबो को अनाज से वंचित रखा गया जिसे बठिण्डा के जोगर पार्क में दबाया गया, जिसका जागरूक लोगों ने पर्दाफाश किया। सरां ने कहा कि लॉकडाउन के तहत समाजसेवी संस्थायों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए उन्हें अनाज बांटने के पास तक जारी नही किए गए, ताकि किसी तरह लोगों मे विरोध पैदा हो सके। इसलिए वह केंद्र सरकार से मांग करते है कि परिवार सहित खुदकुशी करने वाले कारोबारी व अनाज घपले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। इस मौके पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य विजय सिंगला, युवा मोर्चा के प्रदेश सचिव अशुतोष तिवाडी, जिलाध्यक्ष सन्दीप अग्रवाल, किसान मोर्चा के सुखवंत सिंह, युवा मोर्चा के कार्यकारिणी सदस्य लवनीश सिंगल उपस्थित थे