लंदन, द अपील न्यूज़ ब्यूरो । कोविड-19 महामारी से जूझ रही दुनिया में वैक्सीन आ गई है और इसकी शुरुआत ब्रिटेन की 90 वर्षीय महिला मार्ग्रेट कीनन (Margaret Keenan) के साथ की गई। फाइजर वैक्सीन की खुराक लेने वाली दुनिया की पहली शख्स मार्ग्रेट हैं। देश में वैक्सीन के लिए प्राथमिकता दिए जाने वाले ग्रुप में एक 87 वर्षीय भारतवंशी शख्स हरि शुक्ला और उनकी 84 वर्षीय पत्नी रंजना शुक्ला का नाम भी है।
इस वैक्सीन को सबसे पहले 80 वर्ष से अधिक उम्र वालों, केयर होम में काम करने वाले वर्करों के साथ हेल्थवर्करों व सोशल केयर स्टाफ को दिया जाएगा। आज वैक्सीन की पहली डोज लेने वालों को 21 दिनों के बाद दूसरी खुराक लेनी होगी।
स्थानीय समयानुसार मंगलवार के सुबह 6.30 बजे उन्हें सेंट्रल इंग्लैंड स्थित कोवेंट्री के एक अस्पताल में यह वैक्सीन दी गई। एक सप्ताह बाद 91 वर्ष के पायदान पर पहुंचने वाली मार्ग्रेट ने इसे जन्मदिन का खूबसूरत तोहफा मान लिया है। बता दें कि ब्रिटेन पहला पश्चिमी देश है जहां आम जनता के लिए कोविड-19 वैक्सीन की शुरुआत की गई है।
ब्रिटेन में कोविड-19 वैक्सीन के लिए प्राथमिकता से ली गई समूह में भारतीय मूल के हरि शुक्ला का नाम भी है। 87 वर्षीय भारतवंशी शख्स हरि शुक्ला उत्तर पूर्व इंग्लैंड के निवासी हैं। इन्हेें न्यूकैसल स्थित अस्पताल में महामारी से बचाव के लिए विकसित वैक्सीन का पहला डोज हरि शुक्ला को दिया जाएगा।
टायन एंड वियर (Tyne and Wear ) निवासी हरि शुक्ला (Hari Shukla) ने कहा कि उन्होंने अपनी ड्यूटी समझ दो डोज वाले वैक्सीन की पहली खुराक लेने की सहमति जताई है। हरि शुक्ला के इस पहल का स्वागत करते हुए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने मंगलवार को ‘वैक्सीन डे यानि V-Day’ का नाम दिया। हरि शुक्ला ने कहा, ‘मुझे इस बात की काफी खुशी है कि हम महामारी के अंत की ओर बढ़ रहे हैं और वैक्सीन का डोज ले अपनी ड्यूटी निभाने की भी प्रसन्नता है।’
उन्होंने आगे बताया कि वे लगातार ब्रिटेन की नेशनल हेल्थ सर्विस के साथ संपर्क में हैं। उनकी मेहनत से अवगत होने की बात करते हुए हरि शुक्ला ने बताया, ‘मुझे पता है कि वे सभी कितनी मेहनत करते हैं और मेरे दिल में उनके प्रति सम्मान हैं, क्योंकि उनके पास सोने का दिल है।’ उन्होंने आगे कहा कि कोविड-19 महामारी के दौरान हमें सुरक्षित रखने के लिए एनएचएस ने जो कुछ भी किया है, उसके लिए मैं उनका आभारी हूं।
उल्लेखनीय है कि हरि शुक्ला को NHS द्वारा ‘संयुक्त टीकाकरण और प्रतिरक्षा’ पर निर्धारित मानदंडों के आधार पर कोरोना के उच्चतम जोखिम वाली श्रेणी का होने पर वैक्सीन लगवाने के लिए सूचना दी गई।
ब्रिटेन में 80 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोग, घरेलू कामगारों के साथ-साथ एनएचएस कार्यकर्ता जो कि अधिक जोखिम में हैं। उन्हें वैक्सीन के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। ब्रिटिश पीएम जॉनसन ने इस मौके पर कहा, ‘आज ब्रिटेन के कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ा दिन है, क्योंकि हम देश भर के लोगों के लिए वैक्सीन की शुरुआत करने जा रहे हैं।’ प्रधानमंत्री ने वैक्सीन विकसित करने वाले वैज्ञानिकों, ट्रायल में शामिल लोगों और NHS के लिए आभार व्यक्त किया जिन्होंने वैक्सीन विकसित करने से लेकर इसकी तैयारी के लिए अथक परिश्रम किया है।’