दक्षिण अफ्रीका

फाफ डुप्लेसिस ने सोमवार को दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट और टी-20 टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया। हाल ही में संपन्ना हुई  इंग्लैंड के खिलाफ वन-डे सीरीज में फाफ को बाहर करते हुए दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट बोर्ड ने एकदिवसीय टीम की कमान पहले ही क्विंटन डीकॉक को सौंप दी थी। इस मौके पर 35 वर्षीय फाफ ने कहा कि वह खेल के तीनों फॉर्मेट में लगातार खेलेते रहेंगे और उनका पूरा समर्थन क्विंटन डीकॉक को मिलता रहेगा।

टेस्ट, वन-डे और टी-20 मिलाकर 112 इंटरनेशनल मुकाबलों में दक्षिण अफ्रीका का प्रतिनिधित्व करते हुए उन्होंने 69 मैच में टीम को जीत दिलाई थी। खेल के लंबे प्रारूप में उनकी कप्तानी पर काफी सवाल उठ चुके थे। उनकी अगुवाई में खेले गए पिछले आठ टेस्ट में से सात में प्रोटियाज को हार का सामना करना पड़ा था।

डुप्लेसिस ने जोर देकर कहा कि वह तीनों प्रारूपों में चयन के लिए उपलब्ध हैं। बकौल फाफ, ‘दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट एक नए युग में प्रवेश कर रहा है। नया नेतृत्व, नए चेहरे, नई चुनौतियां और नई रणनीतियां। मैं बीते कुछ समय से मैं खेल से दूर था। आराम के दौरान मैंने अनुभव किया कि इतने साल तक बतौर कप्तान टीम की सेवा करना वाकई एक अद्भुत अहसास था। खेल के तीनों प्रारूपों में देश का प्रतिनिधित्व करना एक विशेष सम्मान की बात है। आपको इस सफर में कभी-कभी अकेली सड़क भी मिल सकती है, लेकिन मैं किसी भी अनुभव से निराश नहीं हूं, क्योंकि इसने मुझे वह आदमी बना दिया है जिस पर मुझे आज गर्व है। जब मैंने नेतृत्व संभाला, तो मैंने नेतृत्व करने, प्रदर्शन करने और सबसे महत्वपूर्ण रूप से सेवा करने की प्रतिबद्धता के साथ काम शुरू किया। यह फैसला मेरे लिए बेहद कठिन था, लेकिन मैं क्विंटन, मार्क बाउचर और अपने सभी साथियों से वादा करता हूं कि हम एक नई और युवा टीम खड़ी करेंगे। 2019 विश्व कप में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भी मैंने बतौर कप्तान सेवाएं देने का निर्णय लिया जबकि टीम के कुछ प्रमुख वरिष्ठ खिलाड़ी रिटायरमेंट के बाद कोचिंग स्टाफ से जुड़े, हमने तब तक साथ काम किया। कप्तानी में मेरा आखिरी सीजन करियर का सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण भी रहा।’

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