बठिंडा में गरजे किसान भाकियू एकता उगाहूं ने रोष रैली कर किया मार्च

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आशीष शर्मा, बठिंडा
बठिंडा 14 दिसंबर: खेती विरोधी तीन कानूनों, बिजली संशोधन कनून 2020 और प्रदूषण संबंधित पराली जलाने बारे बनाए कानून को रद्द करवाने के लिए सभी किसान संगठनों द्वारा दिए बुलावे पर जिला द ़तरों आगे धरने और प्रर्दशनों के अंतर्गत भारतीय किसान यूनियन एकता उगाहूं जि़ला बठिंडा द्वारा डिप्टी कमिशनर द ़तर के नज़दीक सिविल अस्पताल पास धरना देकर शहर के बाज़ारों में प्रर्दशन किया गया। जलसे को संबोधन करते जिला उपप्रधान मोठू सिंह कोटड़ा, जरनल सचिव हरजिंदर सिंह बग्घी ने आरोप लगाते कहा कि इतनी ठंड के बावजूद लाखों की सं या में किसान सभी राज्यों और दिल्ली मोर्चा लगा कर इन कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं और इन कानूनों को रद्द की मांग को लेकर केवल भारत के लोग ही नहीं पूरी दुनिया के लोग समर्थन कर रहे हैं परंतु मोदी सरकार इन कानूनों को रद्द करने की बजाए किसानों पर तरह तरह के आरोप लगा कर उनके संघर्ष को तारपीडो कर कॉपोर्रेट घरानों के हित दबा कर उनसे गहरा याराने का सबूत देना चाहती है और किसानों और नक्सली आंतवाद की ठप्पे लगा कर उन पर जबरन धक्का करना चाहती है। उन कहा कि सरकारों की इन चालों को अब सभी अच्छी तरह समझ चुके हैं अब इन चालों को पूरी तरह फैल करते इन लोक विरोधी कानून रद्द करवा कर रहेंगे। किसान नेता हरप्रीत कौर जेठूके ने कहा कि कल को बड़ी सं या में खुदकुशी पीडित परिवार से उनसे बिछड़ चुके सदस्यों की फोटो लेकर दिल्ली मोर्चो में पहुंचेंगे। किसान संघर्ष समर्थन समिति के कनवीनर रेशम सिंह ने कहा कि वह किसान संर्घष की हर तरह से मदद करते रहेंगे। जहां आज भारतीय किसान यूनियन एकता उगाहूं के नेतृत्व में हज़ारों की सं या में किसान मज़दूर महिलाएं पहुंची वही किसान संघर्ष समर्थन समिति द्वारा शहर में किए प्रचार से बड़ी सं या में शहरवासियों ने धरने में पहुंच कर किसान संघर्ष की हिमायत की।

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