गिद्दड़बाहा, शक्ति जिंदल
सचखंड श्री पटना साहिब से यात्रियों की एक बस में सवार 37 यात्रियों के गिद्दड़बाहा पहुंचने पर सिविल अस्पताल गिद्दड़बाहा की टीम ने उनकी स्कैनिग की गई। उक्त यात्री आगामी चौदह दिनों तक अब घर में ही रहेगें। इस दौरान उनमें अगर कोई कोरोना वायरस के लक्षण मिलते है,तो उनका चैकअप किया जाएगा। बस सुबह करीब साढ़े पांच बजे सिविल अस्पताल गिद्दड़बाहा पहुंची। इस सबंध में सिविल अस्पताल गिद्दड़बाहा के एस.एम.ओ डा.प्रदीप सचदेवा ने बताया कि सचखंड श्री पटना साहिब से लौटी बस में कुल 37 यात्री थे। जिसमें मर्द,महिलाएं व एक 13 साल का बच्चा भी है।
उन्होने बताया कि उनका डयुटी पर तैनात डॉक्टर की ओर से स्कैनिग की गई। जिसके बाद उनको घर के लिए रवाना कर दिया गया। उन्होने बताया कि सभी यात्री गांव कोटभाई आदि इलाकों से थे। एसएमओ डा.सचदेवा अनुसार आगामी चौदह दिनों तक उनको घर में ही रहने के आदेश दिए गए है। इन चौदह दिनों दौरान अगर उनमें किसी किस्म का कोरोना लक्षण मिलने के सकेंत मिलते है,तो उनका चैकअप किया जाएगा।
इसके इलावा उन्होने बताया कि कोरोना वायरस प्रति लोगो को सुचेत रहने की जरूरत है। उन्होने कहा कि लोगो को छोटी मोटी बीमारी को लेकर अस्पताल नही आना चाहिए। उन्होने कहा कि अस्पताल के बीच सबसे बड़ा रिस्क है बीमारी को घर लेकर जाने का। उन्होने कहा कि एमरजैंसी में जिन लोगो को दवाई चाहिए वही लोग फोन करके आए। उन्होने कहा कि कुछ लोग सिर्फ कर्फ्यू से बचने की खातिर अस्पताल का चाकर लगाने का बहाना कर बाहर आ रहे है,उनको यह समझ नही आ रही कि अस्पताल आकर बीमारी साथ लेजाकर अपने घर के सदस्यों को बांट रहे है। इसके साथ ही उनका कहना था कि कोरोना वायरस को सिविल अस्पताल में आईसोलेशन वार्ड बनाया गया है,जिसमें चार बैड लगाए गए है।
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